प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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जोती पु संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰]

१. दे॰ 'ज्योति' । उ॰—बदन पै सलिल कन जामगास जोती । इंदु सुधा तामें मतों अमी मय मोती ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३४७ ।

२. दे॰ 'जोति ^१' ।

जोती ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ जोतना]

१. तराजू के पल्लों की डोरी जो डाँड़ी से बँधी रहती है । जोत ।

२. घोड़े की रास । लगाम ।

३. चक्की में की वह रस्सी जो बीच की कीली और हत्थे में बँधी रहती है । इसे कसने या ढीली करने से चक्की हलकी या भारी चलती है और चीज मोटी या महीन पिसती है ।

४. वे रस्सियाँ जिनसे खत में पानी खींचने की दौरी बँधी रहती है ।