प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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जोटा पु † संज्ञा पुं॰[सं॰ योटक]

१. जोडा़ । युग । उ॰—(क) ए दोऊ दशरथ के ढोटा । बाल मरननि के कल जोटा ।— तुलसी (शब्द॰) । (ख) सखा समेत मनोहर जोटा । लखेउ न लखन सघन वन ओटा ।—तुलसी (शब्द॰) ।

२. टाट का बना हुआ एक बडा़ दोहरा थैला जिसमें अनाज भरकर बैलों पर लादा जाता है । गौना । खुरजी ।