प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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जेन केन पु क्रि॰ वि॰ [सं॰ येन + केन] जैसे तैसे । उ॰— जेन केन परकार होइ अति कृष्ण मगन मन । अनाकर्ण चैतन्य कछु न चितवै साधन तन ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ४६ ।