प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

जृंभा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ जृम्भा]

१. जंभाई ।

२. आलस्य या प्रमाद से उत्पन्न जड़ता ।

३. एक शक्ति का नाम ।

४. खिलना । विकास (को॰)

५. विस्तार । फैलाव (को॰) ।