जूझ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ युद्ध, प्रा॰ जुज्झ] युद्ध । लड़ाई । झगड़ा । उ॰— (क) पाई नहीं जूझ हठ किन्हे । जे पावा ते आपुहि चीन्है ।—जायसी (शब्द॰) । (ख) कोने परा न छूटिहे सुन रे जीव अबूझ । कबिर माँड़ मैदान में करि इंद्रन सों जूझ ।—कबीर (शब्द॰) ।