प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

जुहू संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. पलाश की लकड़ी का बना हुआ एक अर्ध- चंद्राकार यज्ञपात्र जिससे घृत की आहुति दी जाती हैं ।

२. पूर्व दिशा ।

३. अग्नि की जिह्वा । अग्निशिखा (को॰) ।