हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

जु ^१पु वि॰ [हिं॰] दे॰ 'जो' । उ॰— करत लाल मनुहारि, पै तू न लखति इहि ओर । ऐसो उर जु कठोर तौ उचिताहि उरज कठोर ।—माति॰ ग्र॰, पृ॰ ४०८ ।

जु ^२ पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰ जू] दे॰ 'जू' ।