जीव
संज्ञा
जिसमें भी जीवन होता है।
अन्य शब्द
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
जीव संज्ञा पुं॰ [सं॰] प्राणियों का चेतन तत्व । जीवात्मा । आत्मा ।
२. प्राण । जीवन तत्व । जान । जैसे,—इस हिरन में अब जीव नहीं है ।
३. प्राणी । जीवधारी । इंद्रियविशिष्ट । शरीरी । जानदार । जैसे, पशु, पक्षी, कीट, पतंग आदि । जैसे,— किसी जीव को सताना अच्छा नहीं । उ॰— जे जड़ चेतन जीव जहाना ।—तुलसी (शब्द॰) । यौ॰—जीव जंतु = (१) जानवर । प्राणी । (२) कीड़ा मकोड़ा ।
४. जीवन ।
५. विष्णु ।
६. बृहस्पति । उ॰— पढौ विरंचि, मौन वेद जीव सोर छंडि रे । कुबेर, बेर के कही न यच्छ भीर मंडि रे ।—राम चं॰, पृ॰ १११ ।
७. अश्लेषा नक्षत्र ।
८. बकायन का पेड़ ।
९. जीविका । व्यवसाय (को॰) ।
१०. एक मरुत् (को॰) ।
११. कर्ण का एक नाम (को॰) ।
१२. लिंगदेह (को॰) ।
१३. पुष्य नक्षत्र (को॰) ।