जितना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनजितना वि॰ [हिं॰ जिस + तना (प्रत्य॰)] [वि॰ स्त्री॰ जितनी] जिस मात्रा का । जिस परिमाण का । जैसे,—जितना मैं दौड़ता हूँ उतना तुम नहीं दौड़ सकते । विशेष—संख्या सूचित करने के लिये बहुवचन रूप 'जितने' का प्रयोग होता है । 'जितना' के पीछे 'उतना' का प्रयोग संबंध पूरा करने के लिये किया जाता है । जैसे, जितना मीठा वह आम था उतना यह नहीं है ।
जितना पु क्रि॰ स॰ [हिं॰ जीतना] दे॰ 'जीतना' । उ॰— (क) द्वादस हथ्थ मयंद वर भिंडपाल लिय मारि । जब बहु कर सिंघिनि गहै को जित्तै नृप नारि ।—प॰ रासो, पृ॰ १४ । (ख) रहत अचौंकी नित ही ध्यान सु रावरो । अब मन लीनो जित्त भयो प्रीति सों बावरो ।—ब्रज॰ ग्रं॰, पृ॰ ३८ ।