जामन
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनजामन ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ जमाना] वह थोडा सा दही या और कोई खट्टा पदार्थ जो दूध में उसे जमाकर दही बनाने के लिये डाला जाता है । उ॰—फेरि कछू करि पौरि तें फिरि चितई मुसुकाय । आई जामन लेने कों नेहैं चली जमाय ।—बिहारी (शब्द॰) ।
जामन ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ जम्बू]
१. जामुन ।
२. आलू बुखारे की जाति का एक पेड । पारस नाम का वृक्ष । विशेष—यह वृक्ष हिमालय पर पंजाब से लेकर सिकिम और भूटान तक होता है । इसमें से एक प्रकार का गोंद तथा जहरीला तेल निकलता है जो दवा के काम में आता है । इसके फल खाए जाते हैं और पत्तियाँ चौपायों को खिलाई जाती हैं । लकडी़ से खेती के सामान बनाए जाते हैं । इसे पारस भी कहते हैं ।
जामन पु † ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰ जन्म, पुं॰ हिं॰ जामण ] जन्म । उ॰— सुनिए धनुषधारी, अरजी हमारी यह मेट दीजै भय भारी जामन मरन को ।—रघु॰ रू॰, पृ॰२८५ ।