क्रिया

अनुवाद

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

जाना ^१ क्रि॰ अ॰ [सं॰ √या (हिं॰ जा)+ना (= जाना)]

१. एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्राप्त होने के लिये गति में होना । गमन करना । किसी ओर बढ़ना । किसी ओर अग्र- सर होना । स्थान परित्याग करना । जगह छोडकर हटना । प्रस्थान करना । जैसे,—(क) वह घर की ओर जा रहा है । (ख) यहाँ से जाओ । मुहा॰—जाने दो = (१) क्षमा करो । माफ करो । (२) त्याग करो । छोड दो । (३) चर्चा छोडो । प्रसंग छो़डो़ । जा पड़ना = किसी स्थान पर अकस्मात् पहुँचना । जा रहना = किसी स्थान पर जाकर वहाँ ठहरना । जैसे,—मुझे क्या, मैं किसी धर्मशाला में जा रहूँगा । किसी बात पर जाना = किसी बात के अनुसार कुछ अनुमान या निश्चय करना । किसी बात को ठीक मानकर उसपर चलना । किसी बात पर ध्यान देना । जैसे,—उसकी बातों पर मत जाओ अपना काम किए चलो । विशेष—इस क्रिया का प्रयोग संयो॰ क्रि॰ के रूप में प्राय: सब क्रियाओं के साथ केवल पू्र्णता आदि का बोध कराने के लिये होता है । जैसे, चले जाना, आ जाना, मिल जाना, खो जाना, डूब जाना, पहुँच जाना, हो जाना, दौड जाना, खा जाना इत्यादि । कहीं कहीं जाना का अर्थ भी बना रहता है । जैसे, कर जाना—इनके लिये भी कुछ कर जाओ । कर्मप्रधान कियाओं के बनाने में भी इस क्रिया का प्रयोग होता है । जैसे, किया जाना, खा जाना । जहाँ 'जाना' का संयोग किसी क्रिया के पहले होता है, वहाँ उसका अर्थ बना रहता है । जैसे, जो निकलना, जा डठना, जा भिडना ।

२. अलग होना । दूर होना । जैसे,—(क) बीमारी यहाँ से न जाने कब जायगी । (ख) सिर जाय तो जाय, पीछे नहीं हटेंगे ।

३. हाथ या अधिकार से निकलना । हानि होना । मुहा॰—क्या जाता है? = क्या व्यय होता है? क्या लगता है? क्या हानि होती है? जैसे,—उनका क्या जाता है, नुकसान तो होगा हमारा । किसी बात से भी गए? = इतनी बात से भी बंचित रहे? इतना करने के भी अधिकारी या पात्र न रहे? इतने में भी चूकनेवाले हो गए । जैसे,—उसने हमारे साथ इतनी बुराई की तो हम कुछ कहने से भी गए?

४. खोना । गायब होना । चोरी होना । गुम होना । जैसे,— (क) पुस्तक यहीं से गई है । (ख) जिसका माल जाता है, वही जानता है ।

५. बीतना । व्यतीत होना । गुजरना (काल, समय) । उ॰—(क) चार दिन इस महीने में भी गए ओर रूपया न आया । (ख) गया वक्त फिर हाथ आता नहीं ।

६. नष्ट होना । बिगड़ना । सत्यानाश या बरबाद होना । जैसे,—यह घर भी अब गया । मुहा॰—गया घर = दुर्दशाप्राप्त घराना । वह कुल जिसकी समुद्धि नष्ट हो गई हो । गया बीत = (१) दुर्दशाप्राप्त । (२) निकृष्ट ।

७. मरना । मृत्यु को प्राप्त होना (स्त्री॰) । जैसे॰—ऊसके दो बच्चे जा चुके हैं । ज्ञ. प्रबाह के रूप में कहीं से निकलना । बहना । जारी होना जैसे, आँख से पानी जाना, खुन जाना । धातु जाना, इत्यादि ।

जाना ^२ † पु क्रि॰ स॰ [सं॰ जनन] उत्पन्न करना । जन्म देना । पैदा करना । उ॰—(क) मैया मोहिं दाऊ बहुत खिझायौ । मोसौं कहत मोल कौ, लीन्हौ तू जसुमति कत जायो ।— सूर॰, १० । २१५ । (ख) कोशलेश दशरथ के जाए । हम पितु बचन मानि बन आए ।—तुलसी (शब्द॰) ।