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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

जाठर ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ जठर]

१. पेट । उदर ।

२. पेट की वह अग्नि जिसकी सहायता से खाया हुआ अन्न पचता है । जठराग्नि ।

३. भूख । क्षुधा ।

जाठर ^२ वि॰

१. जठर संबंधी ।

२. जो जठर से उत्पन्न हो (संतान) ।