प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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जवानी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] जवाइन । अजवायन ।

जवानी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [फ़ा॰]

१. यौवन । तरुणाई । युवावस्था ।

२. मस्ती । मद । मुहा॰—जवानी उठना या जवानी उभड़ना = यौवन का प्रारंभ होना । तरुणाई का आरंभ होना । जवानी उतरना = उमर ढलना । बुढ़ापा आना । जवानी चढ़ना = (१) यौवन का आगमन होना । तरुणाई का प्रारंभ होना । (२) मद पर आना । मदमत्त होना । जवानी ढलना = उमर खसकना । जवानी उतरना । बुढ़ापा आना । जवानी पर आना = मस्ती में आना । यौवन के मद से मत्त होना । जवानी फटी पड़ना = जवानी का पूर्ण विकास पाना । उठती जवानी = यौवनारंभ । चढ़ती जवानी । उतरती जवानी = यौवनावसान । उमर खसकने की अवस्था । चढ़ती जवानी = यौवनारंभ । जवानी का प्रारंभ होना । उठती जवानी । चढ़ती जवानी माझा ढोला = भरी जयानी में उत्साह की जगह अशक्ततां या कम- जोरी दिखाना ।