प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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जरना ^१ क्रि॰ अ॰ [हिं॰ जलना] दे॰ 'जलना' । उ॰—देखि जरनि जड़ नारि की रे जरति प्रेत के संग ।—सूर॰, १ ।३२५ ।

जरना ^२पु क्रि॰ अ॰ [सं॰ जटन, हिं॰ जड़ना] दे॰ 'जड़ना' । उ॰—नग कर मरम सो जरिया जाना । जरै जो अस नग हीर पखाना ।—जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ २४१ ।