जरजर पु वि॰ [सं॰ जर्जर] [वि॰ स्त्री॰ जरजरी] दे॰ 'जर्जर' । उ॰—(क) सविषम खर शरे अँग मैल जरजर कहइते के पतियाइ ।—विद्यापति, पृ॰ ४८२ । (ख) नाव जरजरी भार बहु खेवनहाँर गँवार ।—दीन॰ ग्रं॰, पृ॰ ११३ ।