जनो † ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ जनेऊ] दे॰ 'जनेऊ' ।
जनो † ^२ क्रि॰ वि॰ [हिं॰ जानना] मानो । गोया । उ॰—(क) तैही जनो पतिदेवत के गुन गौरि सबै गुनगौरि पढ़ाई ।— मति॰ ग्रं॰, पृ॰ २७५ (ख) कुंकुम मंडित प्रिया वदन जनो रंजित नायक । —नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३९ ।