प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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जनन संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. उत्पत्ति । उदभव ।

२. जन्म ।

३. आविर्भाव ।

४. तंत्र के अनुसार मंत्रों के दस संस्कारों में से पहला संस्कार जिसमें मंत्रों का मात्रिका वर्णों से उद्धार किया जाता है ।

५. यज्ञ आदि में दीक्षित व्यक्ति का एक संस्कार जिसके उपरांत उसका दीक्षित रूप में फिर से जन्म ग्रहण करना माना जाता है ।

६. वंश । कुल ।

७. पिता ।

८. परमेश्वर ।