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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

जगरन पु † संज्ञा पुं॰ [सं॰ जागरण] दे॰ 'जागरण' उ॰— जगन्नाथ जगरन कै आई । पुनि दुवारिका जाइ नहाई ।— जायसी (शब्द॰) ।