जगमगाना क्रि॰ अ॰ [अनु॰] किसी वस्तु का स्वयं अथवा किसी का प्रकाश पड़ने के कारण खूब चमकना । झलकना । दमकना । उ॰—तरनितनया तीर जगमगत ज्योतिमय पुहमि पै प्रगट सब लोक सिरताजै ।—घनानंद, पृ॰ ४६२ ।