जंदा † संज्ञा पुं॰ [सं॰ यन्त्र हिं॰ जन्त्र] ताला । उ॰—जिस विषम कोठड़ी जंदे मारे । बिनु बीजी क्यों खूलहि ताले ।—प्राण॰, पृ॰ ३२ ।