हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

छुटक †, छुटका ^१पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'छुटकारा' । उ॰—काम क्रोध अरु लोभ यह त्रिगुन बसे मन माँहि । सत्य नाम पाए बिना जम से छुटको नाहिं ।—कबीर सा॰, पृ॰ ४५९ ।