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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

छिपाव संज्ञा सं॰ [हिं॰ छिपना] किसी बात या भेद को छिपाने का भाव । बातों को एक दूसरे से गुप्त रखने का भाव । परस्पर के व्यवहार में हृदय के भावों का गोपन । दुराव । क्रि॰ प्र॰—करना ।—रखना ।