छाई † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ क्षार] १. राख । उ॰ काहे को शिरि छाई पाई ।—प्राण॰ पृ॰ ८३ । २. पाँस । खाद । ३ बोयलर में पूरी तरह जलने के बाद निकला हुआ कोयले का छर्रा जिसे महीन करके ईटों की जोड़ाई की जाती है ।