छलना ^१ क्रि॰ स॰ [सं॰ छल] किसी को धोखा देना । भुलावे में डालना । दगा देना । प्रतारित करना ।
छलना ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] धोखा । छल । प्रतारण । उ॰—किंतु वह छलना थी, मिथ्या अधिकार की ।—लहर, पृ ७८ ।