छलक ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ छलकना] छलकने का भाव या क्रिया । उ॰—गिरैं करारे टूट के नदी छलक मारैं ।—भारतैदु ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ४८९ ।
छलक ^२ वि॰, संज्ञा पुं॰ [सं॰] छल करनेवाला ।