छनकान
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनछनकान ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ छनकना]
१. पानी को आँच पर रखकर भाप बनाकर उड़ाना जिससे उसका परिमाण कुछ कम हो जाय ।
२. तपे हुए बरतन में पानी या और कोई द्रव पदार्थ डालकर गरम करना । बलकाना ।
३. फेंकना । छोड़ना । छटकाना ।
४. पैसे रुपए जैसी पस्तु को हिला डुलाकर छन् छन् झन् झन् शब्द उत्पन्न करना । उ॰—जाने किस किस की माताएँ जेबों में पैसे छनकाएँ ।—बंदन॰, पृ॰ ६२ ।