प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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छन ^१पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ क्षण]

१. पर्व का समय । पुण्यकाल । उ॰—सागर उजागर की बहु वाहिनी को पति छन दान प्रिय किधौं सूरज अमल है ।—केशव (शब्द॰) ।

२. उत्सव ।

३. नियम । तेम ।

४. मुहूर्त । उ॰—छन उत्सव छन नेम पुनि छन मुहूर्त कहियंत ।—अनेकार्थ॰, पृ॰ ५३ ।

५. काल । समय । क्षण । उ॰—सो को कबि जो छवि कहि सकै ता छन जमुना तीर— भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ४५५ ।

छन ^२ संज्ञा स्त्री॰ [अनुध्व॰] जलती या तपती वस्तु पर पानी पड़ने से उत्पन्न शब्द । छनक ।