प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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छत्तुर † संज्ञा पुं॰ [सं॰ छत्र, प्रा॰ छत्त + उल, उर (प्रत्य॰)]

१. छाता ।

२. वह गोबर जो कंड़ों के ढेर (कंड़ौर) की चोटी पर छीपा जाता है ।

३. वह गोबर जो खलियान में अनाज की राशि के सिर पर चोरी या नजर से बचाने के लिये रख या छोप दिया जाता है ।

३. वह छप्पर जो भूसे की राशि के ऊपर छाया या रक्खा जाता है ।

५. छोटा छाता । दे॰ 'छतरी' ।