छतर पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ छत्र] दे॰ 'छत्र' । उ॰—खाक रोबी सब सूँ बेहतर था मुझे । ना छतर हो तख्त यो अफसर मुझे ।—दक्खिनी॰, पृ॰ १८८ ।