प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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छतगीरी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ छत + फा॰ गीर]

१. वह कपड़ा या चाँदनी जो किसी कमरे में ऊपर की ओर शोभा के लिये छत से सटी हुई टँगी रहती है ।

२. वह कपड़ा जो रात को सोने के समय ओस आदि से रक्षित रहने के लिये पलँग के उपरी भाग में उसके पायों के ऊपर चारो ओर चार ड़ंडे लगाकर तान दिया जात है ।