छड़ीदार ^२ संज्ञा पुं॰ चोबदार । आसाबरदार । द्वारपालक । रक्षक । उ॰—छड़ीदार तब बचन सुनावा । कोउ नहिं साथ राय के भावा ।—कबीर सा॰, पृ॰ ४८३ ।