छंदोदेव
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनछंदोदेव संज्ञा पुं॰ [सं॰ छन्दोदेव] महाभारत के अनुसार मतंग नामक चांडाल । विशेष—इनकी उत्पत्ति नापित पिता और ब्राह्मणी माता से हुई थी । इन्होंने ब्राह्मणत्व लाभ करने के लिये जब बडी तपस्या की, तब इंद्र ने इन्हें वर दिया कि तुम कामरुप विहंग होगे । तुम्हारा नाम छंदोदेव होगा और ब्राह्मण, क्षत्रिय आदि सब वर्णो की स्त्रियाँ तुम्हारी पूजा करेंगी ।