चौताल संज्ञा पुं॰ [हिं॰ चौ + ताल] १. मृदंग का एक ताल । विशेष— इसमें छह दीर्घ अथवा १२ लघु मात्राएँ होती हैं और चार आघात और दो खाली होते हैं । इसका बोल यह है— धा धा धिनता कत्ता गेदिनता तेटेकता गँदिधिन । २. एक प्रकार का गीत जो होली में गाया जैता है ।