प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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चोचला संज्ञा पुं॰ [अनु॰]

१. अंगों की वह गति या चेष्टा जो प्रिय के मनोरंजनार्थ । या किसी को मोहित करने के लिये अथवा हृदय की किसी प्रकार की, विशेषत: जवानी की, उमंग में की जाती है । हाव भाव ।

२. नखरा । नाज । यौ— चोचनेबाज = नखरेबाज । चोचलेबाजी = नखरा या नखरे- बाजी । मुहा.— चोंचला दिखाना या बघारना = प्रसन्न करने के लिये हाव भाव दिखाना ।