प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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चुंगी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ चुंगल]

१. चुंगल भर वस्तु । चुटकी भर चीज । यौ॰—चुंगी पैंठ = वह पैठ या बाजार जिसमें हर एक दूकानदार से जमींदार को चुंगल भर चीज मिलती हो ।

२. वह महसूल जो शहर के भीतर आनेवाले बाहारी माल पर लगता हो । यौ॰—चुंगी कचहरी = नहरपालिका का कार्यालय जहाँ अन्य कार्यों के साथ चुंगी वसूलने का भी कार्य होता है । चुंगी घर = चुंगी की बसूली के लिये बना हुआ घंर । चुंगी चौकीं—वह स्थान जो चुंगी की वसूली और देख रेख के लिये बना हो ।