चिति
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनचिति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. चिता ।
२. समूह ढेर ।
३. चुनने या इकट्ठा करने की क्रिया । चुनाई ।
४. शतपथ ब्राह्मण के अनुसार अग्नि का एक संस्कार ।
५. यज्ञ में ईंटो एक संस्कार । इष्ट संस्कार ।
६. दीवार में ईंटो की चुनाई । ईंटो की जोड़ाई ।
७. चैतन्य ।
८. दुर्गा ।
९. दे॰ 'चित्ती' ।
१०. समझ । बोध (को॰) ।