चाराजोई संज्ञा स्त्री॰ [फ़ा॰] दूसरे से पहुँची हुई या पहुँचनेवाली हानि के प्रतिकार या बचाव का उपाय । नालिश । फरियाद । जेसे, —अदालत से चारजोई करना ।