चाकी ^१ † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ चाक] आटा पीसने का यंत्र । चक्की ।
चाकी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ चक्र] १. बिजली । वज्र । क्रि॰ प्र॰—गिरना ।—पड़ना । २. पटे की एक चोट जो सिर पर की जाती है ।