चाँपना क्रि॰ स॰ [सं॰ चपन (= माँड़ना)] १. दबाना । मोड़ना । उ॰—बड़ भागी अगद हनुमान । चाँपत चरणकमल विधि नाना ।—तुलसी (शब्द॰) । २. जहाज का पानी निकलने के लिये पंप का पेंच चलाना ।—(लश॰) ।