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क्रिया

अनुवाद


प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

चलाना क्रि॰ स॰ [हिं॰ चलना]

१. किसी को चलने में लगाना । चलने के लिये प्रेरित करना । जैसे,—गाड़ी, घोड़ा, नाव या रेल आदि चलाना ।

२. गति देना । हिलाना डुलाना । हरकत देना । जैसे,—चरखा चलाना । (कलछी आदि से) दाल भात चलाना, घड़ी चलाना । मुहा॰—(किसी) की चलाना = प्रसंगवश किसी का जिक्र करना । किसी के बारे में कुछ कहना । जैसे,—हम और किसी की नहीं चलाते, अपने बारे में ही कह सकते हैं । पेट चलाना = (१) दस्त लाना । जैसे,—यह दवा एकदम पेट चला देगी । (२) निर्वाह करना । गुजर करना । मन या दिल चलाना = इच्छा करना । लालसा करना । जैसे,—वह चीज तुम्हें मिलने की नहीं; क्यों व्यर्थ मन चलाते हो । मुँह चलाना = खाना । भक्षण करना । जैसे,—तुम खाली क्यों बैटे हो, धीरे धीरे मुँह चलाते चलो । मुँह पेट चलाना = कै दस्त लाना । हाथ चलाना = मारने के लिये हाथ उठाना । पीटना ।

३. कार्यनिर्वाह में समर्थ करना । निभाना । जैसे,—हम इन्हें भी जैसे तैसे अपने साथ चला ले जायँगे ।

४. प्रवाहित करना । बहाना । जैसे,—मोरी चलाना, हवा चलाना ।

२. वृद्धि करना । उन्नति करना ।

६. किसी कार्य को अग्रसर करना । किसी काम को जारी या पूरा करना । जैसे,—(क) हमने यह काम चला दिया है । (ख) काम चलाने भर को इतना बहुत है ।

७. आरंभ करना । छेड़ना । जैसे,—बात चलाना । जिक्र चलाना ।

८. बराबर बनाए रखना । जारी रखना । जैसे,—वंश चलाना, नाम चलाना, कारखाना चलाना ।

९. खाने पीने की वस्तु परोसना । खाने की चीज आगे रखना ।

१०. बराबर काम में लाना । टिकाना । जैसे,—वह कोट अभी आप तीन बरस और चलावेंगे ।

११. व्यवहार में लाना । लेन देन के काम में लाना । जैसे, इन्होंने यह खोटा रुपया भी चला देया ।

१२. प्रचलित करना । प्रचार करना । जैसे,— (क) रीति चलाना, धर्म चलाना । (ख) आप तो यह एक नई रीति चलाते हैं । (ग) मुहम्मद साहब ने मुसलमानी धर्म चलाया था ।

१३. व्यवहृत करना । प्रयुक्त करना । जैसे,— तलवार चलाना, लाठी चलाना, कलम चलाना, हाथ पैर चलाना । १४ तीर, गोली आदि छोड़ना । किसी वस्तु को किसी ओर लक्ष्य करके वेग के साथ फेंकना । जैसे॰—ढेला या गुलेला चलाना ।

१५. किसी वस्तु से प्रहार करना । किसी जीज से मारना । जैसे,—हाथ चलाना । डंडा चलाना ।

१६. किसी व्यवसाय या व्यापार की बृद्धि करना । काम चमकाना । जैसे, जब सब लोग हार गए, तब उन्होंने कारखाना चलाकर दिखला दिया ।

१७. आचरण कराना । व्यवहार कराना ।

१८. थान में से कपड़ा उतारते समय उसे सीधा न फाड़कर असावधानी आदि के कारण टेढ़ा या तिरछा फाड़ना । (बजाज) ।