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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

चत्वर संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. चौमुहानी । चौरस्ता ।

२. वह स्थान जहाँ भिन्न भिन्न देशों से लोग आकर रहें ।

३. होम से लिये साफ किया हुआ स्थान ।

४. चार रथों का समूह (को॰) । यौ॰—चत्वरतरु = चौराहे का वृक्ष ।