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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

चतुष्पद ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. चार पैरोंवाला जीव या पशु । चौपाया । यौ॰—चतुष्पदवैकृत ।

२. ज्योतिष में एक प्रकार का करण । फलित ज्योतिष के अनुसार इस करण में जन्म लेनेवाला दुराचारी, दुर्बल ओर निर्धन होता है ।

३. वैद्य, रोगी, औषध और परिचारक इन चारों का समूह ।

चतुष्पद ^२ वि॰ चार पदोंवाला । जिसमें अथवा जिसके चार पद हों ।