प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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चतुराश्रम संज्ञा पुं॰ [चतुर + आश्रम] जीवन के चारों आश्रम— ब्रह्मचर्य, गार्हस्थ्य, वानप्रस्थ और संन्यास ।