प्रकाशितकोशों से अर्थ
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चक्रिक संज्ञा पुं॰ [सं॰] चक्र धारण करनेवाला ।
चक्रिक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. दूसरों की स्तुति गानेवाला । चारण । भाट । विशेष—याज्ञवल्क्य स्मृति में चाक्रिक के अन्नभोजन का निषेध है ।
२. तेली ।
३. गाड़ीवान ।
४. कुह्मार ।
५. अनुचर । सहचर ।