चक्रवाल संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. एक पुराणप्रसिद्ध पर्वत जो भूमंडल को चारो ओर स्थित प्रकाश और अंधकार (दिन रात) का विभाग करनेवाला माना गया है । लोकालोक पर्वत । २. मंडल । घेरा । ३. दे॰ 'चक्रवाल' ।