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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

चंद्रहार संज्ञा पुं॰ [सं॰ चन्द्रहार ] गले में पहनने का एक गहना या माला । नौलखा हार । विशेष— इसमें अर्द्धचंद्राकार क्रमश: छोटे बडे अनेक मनके होते हैं । बीच में पूर्णचंद्र के आकार का गोल पान होता है । यह हार सोने का बनता है और प्राय: जडाऊ होता है ।