प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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चंचा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ चञ्चा]

१. घास फूस या बेत आदि का पुतला जिसे खेतों में पक्षियों आदि की डराने के लिये गाड़ते हैं ।

२. बेत की बनी हुई कोई चीज जैसे चटाई आदि (को॰) ।

३. निकम्मा या सारहीन व्यक्ति (को॰) । यौ॰—चञ्चापुरुष (१) घास फूस या बेत आदि का पुतला जो खेतों में जानवरों आदि को डराने रोकने के लिये रख दिया जाता है । (२) निःसार व्यक्ति । तुच्छ व्याक्ति ।