चंका पु क्रि॰ वि॰ [हिं॰ चौका या चहुँघा] चारों ओर से । सब तरफ से । उ॰—चक्रवती चकवा चतुरंगिनी चारिउ चापि लई दिसि चंका ।—भूषण ग्रं॰, पृ, ९६ ।