घूस
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनघूस ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ गुहाशय (गुहा + शय) (=चूहा)] चूहे के वर्ग का एक बडा जंतु जो प्रायः पृथ्वी के अंदर बडे़ लंबे बिल खोदकर रहता है । एक प्रकार का बडा़ चूहा । घूँस । घुँइस ।
घूस ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ गुह्याशय (गुह्य + आशय) (गुप्त अभिप्राय से दिया हुआ घन)] वह द्रव्य जो किसी को अपने अनुकूल कोई कार्य कराने के लिये अनुचित रूप से दिया । रिशवत । उत्कोच । लाँच । जैसे—वह घूस देकर अपना काम निकालता है । उ॰—कहैं करनेस अब घूस खात लाज नहीं रोजा औ निमाज अंत काम नहीं आवेंगे ।— अकंबरी॰, पृ॰ ३३ । क्रि॰ प्र॰—खाना ।—देना ।—लेना । यौ॰—घूसखोर । घूसघास । घूस पच्चड़ = रिशवत ।