प्रकाशितकोशों से अर्थ
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घम ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ घर्म, हिं॰ घाम] धूप । धाम । विशेष—समस्त शब्दों में ही इसके प्रयोग मिलते हैं, जैसे— घमघमा, घमछैयाँ आदि ।
घम ^२ संज्ञा पुं॰ [अनु॰] वह शब्द जो कोमल तल पर कड़ा आघात लगने से होता है । जैसे,—पीठ पर घम से मुक्का लगा ।